गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (सुमित जालान)।जिले में एक सरकारी चिकित्सक ड्यूटी पीरियड में अपने घर पर ही बच्चों का इलाज कर रहा है। इतना ही नहीं चिकित्सक ने अपने सरकारी आवास को ही चिकित्सालय बना लिया है। हर दिन यहां लोग आते हैं और अपना इलाज करवाकर जाते हैं। जब चिकित्सक से इस मामले में पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा कि जब सरकार हमारी नहीं सुन रही तो हम क्यों सरकार की सुने?
मामला गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले का है। जहां जिला अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ एस.के. अर्गल l ड्यू ड्यूटी के समय घर पर ही कर रहे हैं लोगों का इलाजटी के वक्त घर पर ही बच्चों का इलाज कर रहे हैं। अपने सरकारी आवास को डॉक्टर ने नर्सिंग होम बना लिया है। जब इसका खुलासा हुआ तो कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ ने डॉक्टर के क्लीनिक पर छापा मारा।
सरकारी घर को बनाया प्राइवेट नर्सिंग होम…बता दें कि भले ही शासन प्रशासन के लाख दावे हो लेकिन यहां के कर्मचारियों के हठ से पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। चिकित्सक के घर पर तकरीबन 2 माह के नवजात से लेकर बड़े बच्चों का इलाज हो रहा है। नर्सिंग होम के तरह यहां बेड लगा कर इलाज किया जा रहा है।
इस मामले पर जब सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस डॉक्टर के खिलाफ पहले भी शिकायतें हुई है। जिसके बाद उसकी सैलरी भी काटी गई। सरकारी आवास को नर्सिंग होम की तरह उपयोग करने पर सिविल सर्जन ने कहा कि इस पर नियमानुसार कार्रवाई होनी चाहिए।
सरकारी आवास में दो साल से चला रहे थे क्लीनिक, दी गई है वार्निंगः सीएमएचओ डॉ. पैकरा
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. देवेंद्र पैकरा ने बताया कि, डॉ एस.के. अर्गल पिछले दो साल से अपने सरकारी आवास में क्लीनिक चला रहे थे। जब हमे सूचना मिली तो वहां जाकर जांच किया गया। डॉक्टर को वार्निंग दी गई है कि वे अपने ड्यूटी समय में अस्पताल में नियमित रूप से कार्य करें और अपने आवास में क्लीनिक न चलाएं।







